Wednesday, December 4, 2019

Nature

गौर करो तो पेड़-पौधों में भी जान है।
प्रकृति के हर कण की अपनी पहचान है।
कुदरत का हर रंग रूप बड़ा निराला है।
सब जड़-चेतन इस प्रकृति की ही संतान हैं।
इस धरती पर सबका बराबर अधिकार है।
ईश्वर को अपनी हर रचना से प्यार है।
फिर क्यों हम जंगलों को मिटा रहे हैं।
तरक्की के लिए प्रदूषण फैला रहे हैं।
यदि ऐसे ही हम पर्यावरण मिटायेंगे।
अपने बच्चों को कैसी धरती देकर जायेंगे।
आओ मिलकर पर्यावरण बचाएं हम।
अपनी आदतें बदलें और वृक्ष लगाएं हम।